–राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को आगामी भर्ती परीक्षा में उम्मीदवारों की आयु में 2 साल की छूट और 2013 में केदारनाथ बद्रीनाथ बाढ़ में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए नौकरी की घोषणा की है.
शनिवार को राजस्थान के बूंदी में हिंडोली में आयोजित शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे सीएम अशोक गहलोत ने जनसभा में यह घोषणा की.
जून 2013 में उत्तराखंड में बद्रीनाथ केदारनाथ बाढ़ में अपनी जान गवाने वाले राज्य के लोगों को अब सरकार,सरकारी नौकरी देने जा रही है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को आगामी भर्ती परीक्षा में उम्मीदवारों की आयु में 2 साल की छूट और 2013 में केदारनाथ बद्रीनाथ बाढ़ में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए नौकरी की घोषणा की है.
शनिवार को राजस्थान के बूंदी में हिंडोली में आयोजित शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे सीएम अशोक गहलोत ने जनसभा में यह घोषणा की.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण पिछले 2 वर्षों से विभिन्न भर्ती परीक्षा आयोजित नहीं की जा सकी आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं में युवाओं को आयु सीमा में 2 सालों की छूट दी जाएगी.
गहलोत हिंडोल-नेमवा विधानसभा खंड में 954 करोड रुपए की चंबल पेयजल परियोजना सहित कई विकास कार्यो का शिलान्यास करने के बाद बूंदी जिले के हिंडोली में न्यू स्टेडियम मैदान में जनसभा को संबोधित कर रहे थे.
वर्तमान में क्या है आयु सीमा
वर्तमान में राजस्थान में अधिकतम भर्तियों में आयु सीमा 40 वर्ष है. इस आयु सीमा में आरक्षित कैटेगरी के पुरुषों को 5 साल की और महिलाओं को 10 साल की छूट दी जाती है.
वर्तमान में किन भर्तियों पर पड़ेगा इस एलान का असर
रीट के परिणाम के बाद तृतीय श्रेणी शिक्षकों के 46500 पदों पर भर्ती होगी. इसके अलावा 12वी व स्नातक स्तर की कई भर्तियों के लिए सीईटी का आयोजन भी प्रस्तावित है. अगस्त में सीईटी की विज्ञप्ति जारी होगी. CET के बाद 20,000 से अधिक पदों पर भर्ती की जाएगी. इसी तरह से फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, सहायक रेडियोग्राफर के 4000 से अधिक पदों पर भर्तियां जल्दी आएंगी. इन भर्तियों में नया प्रावधान लागू हो सकता है.
इस घोषणा के संबंध में राजस्थान के कर्मचारी चयन बोर्ड आयोग के अध्यक्ष श्री हरिप्रसाद शर्मा ने कहा कि ” आयु सीमा में छूट किस तरह से दी जाएगी इस संबंध में अभी कोई जानकारी नहीं है. सरकार जो आदेश निकाले उसकी पालना करेंगे
बद्रीनाथ केदारनाथ बाढ़ में जान गंवाने वालों के आश्रितों को सरकारी नौकरी
जून 2013 में उत्तराखंड में बद्रीनाथ केदारनाथ बाढ़ में अपनी जान गवाने वाले राज्य के लोगों को अब सरकार,सरकारी नौकरी देने जा रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उन्होंने अपने पहले कार्यकाल के दौरान ही इस योजना की घोषणा कर दी थी और पीड़ितों के परिवार के पांच सदस्यों को नौकरी भी मिली थी. लेकिन भाजपा सरकार ने इसे काट दिया था. इसके साथ ही भाजपा ने उन 5 लोगों को भी स्थानांतरित कर दिया जिन्हें नौकरी मिली थी.
गहलोत ने महीने की शुरुआत में कहा था कि राज्य सरकार ने अपने मौजूदा कार्यकाल में अब तक लगभग 1.25 लाख लोगों को नौकरी दी है जबकि लगभग एक लाख नौकरियों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है.
साथ ही साथ इस मौके पर गहलोत ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई और कहा कि चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत लोगों को ₹1000000 तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराया जा रहा है. बच्चे ऑनलाइन कक्षाओं का लाभ उठा रहे हैं और अपने रिश्तेदारों से बात कर सकते हैं.
इस मौके पर राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी,टीकाराम जूली और अन्य मंत्री मौके पर मौजूद रहे.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की एक जनसभा बूंदी की इन सालों में हुई सबसे बड़ी सभा रही है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला और इस में रोड़े अटकाने का आरोप लगाया. गहलोत ने कहा कि केंद्र लोगों के हित के साथ खिलवाड़ कर रही है. वही एक्सपोर्ट जो परियोजना की तारीफ कर रहे थे वे अब खामी निकाल रहे हैं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास डालने के सवाल पर कहा कि कभी ना कभी यह भी शुरू होगा. केंद्र सरकार ने आधा पैसा दिया है. प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष भी इसमें शामिल होना चाहते हैं, पर हमें कोई एतराज नहीं है, इसलिए इसका शिलान्यास टाला गया है.
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