Life Insurance Corporation of India (LIC) भारत की सबसे बड़ी साधारण बीमा कंपनी जो हाल ही में सबसे ज्यादा चर्चा में है अपने आने वाले आईपीओ के चलते, जो 4 मई 2022 को रिटेल इन्वेस्टर्स और पॉलिसीहोल्डर्स के लिए खुलने वाला है.
तो आइए आज बेहतरी से समझते हैं भारतीय जीवन बीमा निगम का कारोबार और इसके आने वाले आई पी ओ का पूरा गणित.
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- एलआईसी भारत का सबसे बड़ा बीमाकर्ता सार्वजनिक होने जा रहा है.
- भारत की अन्य बीमा कंपनियों की तुलना में एलआईसी की अपने आप में सबसे बड़ी साख है.
- एलआईसी अपने आने वाले आईपीओ को 6 लाख करोड़ रुपए की वैल्यूएशन पर बाजार में लेकर आ रही है.
- इनसाइड प्रेस इंडिया की सलाह के मुताबिक निवेशक लंबी अवधि के नजरिए से फंड की पार्किंग पर विचार कर सकते हैं.
एलआईसी आईपीओ की घोषणा वित्तीय बजट 2020 में सर्वप्रथम की गई थी. लेकिन वित्तीय अस्थिरता और कोरोनावायरस के चलते सभी वित्तीय बाजारों में चल रही भारी उठापटक के कारण सरकार को इसे लगातार 2 साल तक आगे बढ़ाते रहना पड़ा. सरकार 2 साल से बाजार में बुल रन का इंतजार कर रही थी और अब भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी ने अपने सभी निवेशकों और सह फाइनेंशियर्स के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं. इसके किसी भी समकक्ष या अन्य भारतीय बीमा कंपनियों की तुलना एलआईसी के साथ नहीं की जा सकती है. लेकिन अब एलआईसी का बहुप्रतीक्षित पहली फ्लोट का इंतजार खत्म हो गया है. जैसा कि हम जानते हैं कि एलआईसी ने डीआरएचपी दाखिल कर दी है और अब यह भारत में चर्चा का एक बड़ा विषय बन गया है. हमने पूरे भारत में एलआईसी के आईपीओ के मुद्दे, मूल्य निर्धारण, आकार और मूल्यांकन के बारे में बहुत से आर्टिकल्स पढ़े और देखे हैं.
पहले एलआईसी बाजार से 68000 करोड रुपए जुटाने की योजना बना रही थी. रूस यूक्रेन युद्ध के बाद वैश्विक बाजारों में तरल स्थिति और बढ़ती मुद्रास्फीति के साथ अर्थव्यवस्था की मंदी के चलते अब एलआईसी को अपना मूल्य निर्धारण और बाजार से उठाए जाने वाले पैसे के बारे में दोबारा सोचना पड़ा और अब एलआईसी भारतीय बाजार में 21000 करोड रुपए का आईपीओ लेकर आ रही है जो अब तक इतिहास में सबसे बड़ा आईपीओ होने वाला है.( ध्यान दें जहां हम वोडाफोन आइडिया, रिलायंस इंडस्ट्रीज के मेगा राइट्स इश्यू पर विचार नहीं कर रहे हैं जिन्होंने पहले ही 24000 करोड रुपए से ऊपर का फंड जुटाया है, वास्तव में रिलायंस ने 52000 करोड रुपए से अधिक जुटाए हैं )
About Company
भारतीय जीवन बीमा निगम 1956 से भारत में एकमात्र पीएसयू जीवन बीमा कंपनी है और तभी तक यह एक विशेष एलआईसी अधिनियम के तहत कार्य कर रही थी. लेकिन अपने आने वाले आईपीओ के साथ ही अब यह IRDA के रूल्स के मुताबिक अपना आगे का कारोबार करेगी. एलआईसी की भारत के घरेलू बाजार पर एक बहुत अच्छी पकड़ है और यह एक भरोसेमंद ब्रैंड है. अपनी टैगलाइन के मुताबिक “जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी” और ” एलआईसी जो भारत को बेहतर जानता है ” ऐसी टैगलाइन का एलआईसी सही मायने में अनुसरण करता है.
एलआईसी 65 से अधिक वर्षों से भारत में जीवन बीमा प्रदान कर रहा है और भारत में सबसे बड़ा जीवन बीमा कर्ता है. प्रीमियम या GWP के मामले मे 61.6% बाजार हिस्सेदारी के साथ, नए व्यापार प्रीमियम के मामले में 61.4% बाजार हिस्सेदारी( Or NBP), जारी की गई व्यक्तिगत नीतियों की संख्या के संदर्भ में 71.8% हिस्सेदारी रखता है. 31 दिसंबर 2021 को समाप्त नौ महीनों के लिए जारी समूह नीतियों की संख्या के साथ साथ व्यक्तियों की संख्या के संदर्भ में 88.8% बाजार हिस्सेदारी एलआईसी की है. (Source- CRISIL REPORT)
वित्तीय वर्ष 2021 के लिए भारतीय जीवन बीमा निगम उद्योग में एलआईसी की बाजार हिस्सेदारी GWP के संदर्भ में 64.1%, NBP के संदर्भ में 66.2%, जारी की गई व्यक्तिगत नीतियों की संख्या के संदर्भ में 74.6% और समूह नीतियों की संख्या के संदर्भ में 81.1% थी. (Source-CRISIL REPORT)
क्रिसिल के अनुसार यह एलआईसी के विशाल एजेंट नेटवर्क, मजबूत ट्रेक रिकॉर्ड, ब्रांड ‘एलआईसी’ में अपार विश्वास और 65 साल से इसके भरोसे के चलते हैं.
एलआईसी को जीवन बीमा GWP( वित्तीय वर्ष 2021 के लिए अपने जीवन बीमा प्रीमियम की तुलना 2020 के लिए अपने वैश्विक साथियों के जीवन बीमा प्रीमियम की तुलना में ) और कुल संपत्ति के मामले में विश्व स्तर पर 10वें स्थान पर है ( 31 मार्च 2021 तक की संपत्ति के आधार पर ) CRISIL REPORT
एलआईसी 31 दिसंबर 2021 तक भारत में सबसे बड़ा परिसंपत्ति प्रबंधक है, जिसमे AUM ( पॉलिसी धारकों का निवेश, और लिक्विड देनदारियों को कवर करने के लिए रखी गई संपत्ति ).
एक स्टैंडअलोन के आधार पर 40.1 ट्रिलियन, जो (1) भारत में सभी निजी जीवन बीमा कंपनियों के कुल AUM के 3.2 गुना से अधिक, (2) भारत जीवन बीमा उद्योग के दूसरे सबसे बड़े खिलाड़ी के AUM से लगभग 15.6 गुना अधिक था.
AUM की शर्तें (3) पूरे भारतीय म्यूचुअल फंड उद्योग के एयूएम के 1. 1 गुना से अधिक और (4) FY 2022 के लिए भारत के अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद का 17.00% था. (Source- CRISIL)
क्रिसिल की एक रिपोर्ट के मुताबिक 31 दिसंबर 2021 तक लिस्टेड इक्विटी में एलआईसी का निवेश उस तारीख में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के कुल बाजार पूंजीकरण का लगभग 4% था.
एलआईसी का गठन 1 सितंबर 1956 को भारत में 245 निजी जीवन बीमा कंपनियों का विलय और राष्ट्रीयकरण करके किया गया था जिसकी प्रारंभिक पूंजी 50 Million ₹ थी. इसके बनने से लेकर सन 2000 तक यह भारत में एकमात्र जीवन बीमा कंपनी बनी रही. एलआईसी की पहचान IRDAI द्वारा सितंबर 2020 में उसके बड़े आकार, बाजार महत्व और घरेलू और वैश्विक अंतर्संबंधता के आधार पर घरेलू रूप से सबसे महत्वपूर्ण बीमा कंपनी के रूप में की गई थी.
Issue Details
भारत सरकार के विनिवेश कार्यक्रम और लिस्ट क्लॉक को पूरा करने के लिए एलआईसी 221374920 इक्विटी शेयरों के पहले आईपीओ के साथ बाजार में दस्तक दे रहा है. एलआईसी ने 902-949 रुपए का प्राइस बैंड तय किया है और बाजार से 21008.48 करोड़ रुपए जुटाने की तैयारी में है. एलआईसी का इश्यू 4 मई 2022 को खुलेगा और 9 मई तक खुला रहेगा.
एल आई सी ने अपने सभी पॉलिसी धारकों के लिए एक विशेष अवसर भी प्रदान किया है और अपने सभी पॉलिसी धारकों के लिए 22137492 शेयर्स को आरक्षित किया गया है. और सभी पॉलिसीहोल्डर्स को ₹60 पर शेयर की छूट भी प्रदान की जाएगी. अपने सभी एलिजिबल कर्मचारियों के लिए इस में 1581249 शेयर्स को आरक्षित किया गया है. रिटेल और कर्मचारी वर्ग के लिए यह ₹45 प्रति शेयर की भी दे रहा है.
इस इश्यू में 50% हिस्सा QIB, 15% हिस्सा HNI’s और 35% उसका रिटेल कैटेगरी के लिए आरक्षित किया गया है.
आवंटन होने के बाद यह एनएसई और बीएसई दोनों पर लिस्ट होने जा रहा है. यह इश्यू एलआईसी की पोस्ट आईपीओ पेड़- अप पूंजी का 3.50% है.
इस इश्यू के लिए जॉइंट बुक रनिंग लीड मैनेजर कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, एक्सिस कैपिटल लिमिटेड, बोफा सिक्योरिटीज इंडिया लिमिटेड, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केटस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड है. साथ ही गोल्डमैन सैक्स (इंडिया ) सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड,J M फाइनेंशियर्स लिमिटेड, नोमूरा फाइनेंशियल एडवाइजरी एंड सिक्योरिटीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड और कैफ़िन टेक्नोलॉजी लिमिटेड इस इश्यू के रजिस्ट्रार है.
Good Factors about LIC
-एलआईसी एक आंशिक बीमा और आंशिक निवेश उत्पाद कंपनी है। उनकी योजना बीमा और निवेश का एक संयोजन है जिसमें गारंटीड रिटर्न होता है।
-एलआईसी के पास 13.5 लाख से अधिक एजेंट हैं जो अधिकांश नए व्यवसाय लाते हैं। एलआईसी की योजनाएं जीवन बीमा कवरेज के साथ ‘निश्चित रिटर्न’ प्रदान करती हैं। इससे एजेंटों द्वारा बिक्री करना आसान हो जाता है और बीमाकर्ताओं को मानसिक शांति मिलती है।
-जीवन बीमा के साथ-साथ उनके साथ किए गए निवेश दोनों के लिए एलआईसी को जनता पर बहुत भरोसा है। एलआईसी भारत में बीमा का पर्याय है।
-एलआईसी 39 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति का प्रबंधन करती है। यह पूरे म्युचुअल फंड उद्योग की तुलना में अधिक पैसा है। वे इन फंडों को स्टॉक और बॉन्ड में निवेश करते हैं। वे भारत में सभी सूचीबद्ध शेयरों का 4% और आरबीआई से अधिक सरकारी बांड के मालिक हैं।
-भारत में अग्रणी बीमा प्रदाता कंपनी और जीडब्ल्यूपी द्वारा पांचवीं सबसे बड़ी वैश्विक बीमाकर्ता। व्यक्तियों की विभिन्न बीमा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए जीवन बीमा उत्पादों की एक श्रृंखला।
Key Challenges
-एलआईसी की नई नीतिगत वृद्धि खराब है क्योंकि वे निजी बीमा कंपनियों, विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों में बाजार हिस्सेदारी खो रहे हैं।
-बीमा + निवेश उत्पादों में मार्जिन कम है।
-एलआईसी को महत्व देना बहुत मुश्किल है क्योंकि बिजनेस मॉडल किसी भी अन्य कंपनी के विपरीत नहीं है। एलआईसी पहले पैसे जमा करती है और बाद में पॉलिसीधारकों को मुआवजा देने का वादा करती है। वे जो प्रीमियम जमा करते हैं (आंशिक बीमा और आंशिक निवेश) को राजस्व के रूप में मान्यता नहीं दी जा सकती है।
INFOGRAPHICS BY INSIDE PRESS INDIA
Summary of financial Information (Restated Consolidated) |
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Particulars | For the year/period ended (₹ in Millions) | |||
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31-Dec-21 | 31-Mar-21 | 31-Mar-20 | 31-Mar-19 | |
Total Assets | 40,907,867.78 | 37,464,044.68 | 34,141,745.74 | 33,663,346.17 |
Profit After Tax | 17,153.12 | 29,741.39 | 27,104.78 | 26,273.78 |
LIC IPO Details
LIC IPO Date | May 4, 2022 to May 9, 2022 |
LIC IPO Face Value | ₹10 per share |
LIC IPO Price | ₹902 to ₹949 per share |
LIC IPO Lot Size | 15 Shares |
Issue Size | 221,374,920 shares of ₹10 (aggregating up to ₹21,008.48 Cr) |
Offer for Sale | 221,374,920 shares of ₹10 (aggregating up to ₹21,008.48 Cr) |
Retail Discount | Rs 45 per share |
Employee Discount | Rs 45 per share |
Issue Type | Book Built Issue IPO |
Listing At | BSE, NSE |
QIB Shares Offered | Not more than 50% of the Net Offer |
Retail Shares Offered | No less than 35% of the Net Offer |
NII (HNI) Shares Offered | Not less than 15% of the Net Offer |
Company Promoters | The President of India, acting through the Ministry of Finance, Government of India is the company promoter. |
LIC IPO Timeline (Tentative Timetable)
LIC IPO opens on May 4, 2022, and closes on May 9, 2022. The LIC IPO bid date is from May 4, 2022, 10.00 A.M. to May 9, 2022, 5.00 P.M. The Cut-off time for UPI Mandate confirmation is 12 P.M. on the next day of issue closing day.
Event | Date |
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LIC IPO Opening Date | May 4, 2022 |
LIC IPO Closing Date | May 9, 2022 |
Basis of Allotment | May 12, 2022 |
Initiation of Refunds | May 13, 2022 |
Credit of Shares to Demat | May 16, 2022 |
LIC IPO Listing Date | May 17, 2022 |
LIC IPO Lot Size
The LIC IPO lot size is 15 shares. A retail-individual investor can apply for up to 14 lots (210 shares or ₹199,290).
Application | Lots | Shares | Amount |
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Minimum | 1 | 15 | ₹14,235 |
Maximum | 14 | 210 | ₹199,290 |
LIC IPO Details by Investor Category
Category | Bidding at | Max Bid Amount | Basis of Allotment | Discount | Final Price |
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HNI | At price | Rs 9,067 Cr | Proportionate | No | Rs 949 |
Retail | Cut-off | Not above Rs 2 lakhs | Draw of Lot | Rs 45 per share | Rs 904 |
Employee | Cut-off | Not above Rs 2 lakhs | Proportionate | Rs 45 per share | Rs 904 |
Policy Holders | Cut-off | Not above Rs 2 lakhs | Proportionate | Rs 60 per share | Rs 889 |
Source -CRISIL REPORT
IPI REVIEW
लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानी भारतीय जीवन बीमा निगम एक अग्रणी भारतीय बीमा कंपनी है. भारत का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ मार्केट में लेकर आ रही है. एलआईसी की वैल्यूएशन, भारतीय बाजार पर इसकी पकड़ और अपने सेक्टर में इसकी मजबूत स्थिति इस आईपीओ के लिए अच्छे फैक्टर हैं. लेकिन वर्तमान में चल रहे रशिया यूक्रेन युद्ध और वैश्विक मंदी के चलते सभी फाइनेंशियल मार्केट का मूड माहौल अच्छा नहीं चल रहा है. अगर भारतीय बाजारों की बात की जाए तो सेंसेक्स भी काफी कंसोलिडेशन के मूड में नजर आता दिख रहा है. शेयर बाजार की यह मंदी पूरे मई के महीने में बने रहने की उम्मीद है. ऐसे वक्त में एलआईसी का आईपीओ बाजार के लिए अच्छा साबित जरूर हो सकता है लेकिन यह इन्वेस्टर्स को कितना अधिक प्रॉफिट देगा इस बात की गारंटी नहीं दी जा सकती. सभी तथ्यों को नजर में रखते हुए इनसाइड प्रेस इंडिया एलआईसी के आईपीओ को’ सब्सक्राइब ‘ “SUBSCRIBE” की रेटिंग प्रदान करता है. निवेशक मध्यम से लंबी अवधि के नजरिए से एलआईसी के आईपीओ में पैसा लगा सकते हैं लेकिन अधिक लिस्टिंग गैन्स की उम्मीद ना करें.