हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सब लोग, नई-नई रोचक जानकारियां देने की इस कड़ी में आज हम ला रहे हैं एक ऐसी व्यक्ति कहानी जो अपनी मेहनत और शिद्दत की वजह से जीरो से लेकर हीरो बना…….
आज हम जिस शख्स की बात करने जा रहे हैं अगर उनके नाम के आगे महामहिम नहीं लगा तो यह तय कर पाना मुश्किल हो जाता है कि फिर उन्हें क्या कहा जाए ? यह इंसान जो कर सकता है उसे दुनिया का कोई राष्ट्राध्यक्ष तो छोड़िए हरफनमौला इंसान करने की सोच भी नहीं सकता एक बार इनकी खूबियों पर नजर डालिए………
KGB का जासूस,मार्शल आर्ट में ब्लैक बेल्ट होल्डर, जंगी जहाज उड़ाने वाला एक पायलट, सेना का टैंक चला सकने वाला एक सैनिक,अभेद निशाना लगाने वाला एक निशानेबाज, हवा से बात करने वाला एक स्पोर्ट कार रेसर,नौजवानों से तेज बाइक दौडाने वाला एक बाइकर,बर्फ पर आइस हॉकी खेलने वाला एक खिलाड़ी,पानी में शिकार करने वाला एक शिकारी,जंगली जानवरों से खेलने वाला एक जियाला,नंगे बदन घुड़सवारी करने वाला एक घुड़सवार,ठंडे पानी में तैराकी करने वाला तैराक,पहाड़ों को पार करने वाला क्लाइंबर, पानी के तल को नाप आने वाला स्कूबा डाइवर,फ्राइंग पैन को अपने हाथों से मोड देने वाला पहलवान और दुनिया का सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली नेता शायद अब दुनिया के किसी शख्स को बताने की जरूरत ही नहीं कि हम बात कर रहे हैं रूसी राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन की जो 20 साल से सत्ता के शीर्ष पर काबिज़ है तो चलिए जानते हैं कि कैसे चूहे पकड़ने वाला एक गरीब बच्चा बना KGB का जासूस और उसके बाद दुनिया का सबसे शक्तिशाली शख्स पूरे यूरोप और अमेरिका को अपनी उंगलियों पर रखता है जिससे दुनिया खौफ खाती है और जो भारत का हमेशा से ही सबसे अच्छा और वफादार दोस्त रहा है लेकिन शुरू करने से पहले आप से हमारी गुजारिश है कि आप हमारे इस पेज को सब्सक्राइब जरूर कर ले जिससे हमारे द्वारा आप तक नई नई जानकारियां पहुंचाई जा सके|
7 अक्टूबर 1952 पुतिन का जन्म एक गरीब सोवियत परिवार में हुआ था व्लादीमीर पुतिन की परवरिश लेनिन ग्रास जो अब सेंट पिट्सबर्ग है ऐसे माहौल में हुई जहां स्थानीय लड़कों के बीच मारपीट आम बात थी यह लड़के कई बार पुतिन से बड़े और ज्यादा ताकतवर होते थे और यही बात पुतिन को जुडो की तरफ ले गई अपनी आत्मरक्षा के लिए उन्हें यह सीखना पड़ा,पुतिन मार्शल आर्ट में ब्लैक बेल्ट हैउनका परिवार सेंट पिट्सबर्ग के एक अपार्टमेंट में तीन और परिवारों के साथ रहता था मां एक फैक्ट्री में मामूली मजदूर थी और पिता नेवी में इसके बावजूद घर का खर्च नहीं चल पाता था तो बचपन से ही खाली समय में पुतिन ने चूहों को पकड़कर बाहर छोड़ने का काम शुरू कर दिया जिसकी एवज में उन्हें कुछ पैसे मिल जाते थे लेकिन किसे पता था कि चूहे पकड़ने वाला यह मामूली शख्स किसी दिन किसी राष्ट्र का एक शक्तिशाली व्यक्ति बन जाएगा| जिस उम्र में बच्चे खिलौनों से खेलने की चाहत रखा करते थे उस उम्र में पुतिन ने केजीबी का जासूस बनने का सपना देख लिया था लेकिन मैं नहीं पता था कि इसके लिए उन्हें क्या करना पड़ेगा तो एक दिन वह सीधे ही केजीबी के दफ्तर चले गए और वहां मौजूद एक अधिकारी से पूछ बैठे कि मुझे आप जैसा बनने के लिए क्या करना पड़ेगा?
वहां मौजूद एक महिला अधिकारी ने पुतिन को सलाह दी की जासूस बनने से पहले कानून की डिग्री लो इस वजह से पुतिन ने लेनिनग्राद यूनिवर्सिटी से 1975 में कानून की डिग्री प्राप्त की और बिना वक्त गवाई उसी साल के जी बी के लिए अप्लाई कर दिया और उनके जुनून का ही कमाल था की पहली ही प्रयास में उन्हें केजीबी के जासूस की यह नौकरी मिल गई अब वक्त था उनकी ट्रेनिंग का जिसमें उन्हें बंदूक चलाने से लेकर प्लेन उड़ाने तक की तमाम ट्रेनिंग दी गई| उन्हें उनके पहले मिशन पर पूर्व जर्मनी भेजा पुतिन ने 5 साल ट्रांसलेटर बनकर अंडर कवर एजेंट का काम किया बर्लिन की दीवार गिरते ही वह वापस अपने देश रूस आ गए जहां जहां उन्होंने लेनिनग्राद इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल अफेयर्स सेक्शन में काम किया और वहां वह नए केजीबी जासूसों की भर्ती पर काम करने लगे|
मगर फिर आया सोवियत संघ का सबसे बुरा दौर जब उसके टुकड़े हुए गरीबी तथा करप्शन बढ़ गया विभाजन के बाद उन्होंने रिटायर होने का फैसला लिया| 16 साल की जीबी में काम करने के बाद 20 अगस्त 1991 को पुतिन ने लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से रिटायरमेंट ले लिया और दोबारा उन्हीं गलियों में लौट आए जहां उनका बचपन बीता था जाने-माने नेता और लेनिनग्राड के मेयर आनातोली शॉपचक के साथ जुड़कर राजनीतिक करियर की शुरुआत की और उनके करीबी बन गए| उन्होंने पुतिन को उप मेयर बना दिया 1996 में हार के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया और सीधे मॉस्को चले गए|
मॉस्को में पुतिन ने वहां के राष्ट्रपति के साथ मिलकर उनकी पार्टी में एक अहम जगह बना ली| उसके बाद तो जैसे उनका रास्ता साफ होता चला गया| राष्ट्रपति बोरिस ने पहले उन्हें PM बनाया और फिर 2 साल बाद 1999 में जब boris ने इस्तीफा दिया तो पुतिन को कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में नियुक्त कर दिया लेकिन उनकी मंजिल यह नहीं थी लिहाजा उन्होंने साल 2000 अपना नाम नामित किया और जीत गए रूसी जनता ने 2004 में उन्हें दुबारा राष्ट्रपति के रूप में चुना |
लेकिन रूसी संविधान के अनुसार कोई लगातार तीन बार राष्ट्रपति नहीं बन सकता तो 2008 में प्रधानमंत्री बन गए और दोबारा 2012 में चुनाव लड़ा और राष्ट्रपति बन गए तब से लेकर अब तक रूस की बागडोर किसी इंसान ने संभाले हुई है पुतिन ने वो तमाम कानून बदल डाले जो उनके और राष्ट्रपति पद के बीच में आए |
एक लंबे शासन के बावजूद आज भी लोग उन्हें पसंद करते हैं रूसी मीडिया के अनुसार पुतिन की लोकप्रियता ऐसी है कि जो सिर्फ पश्चिम नेताओं के लिए सपना मात्र हो सकती है रूसी मीडिया में पुतिन का राष्ट्रपति चेहरा छाया रहता है वहां के मीडिया में उनकी लोकप्रियता की खबरें खूब दिखती है और यही कारण है कि उनके आलोचकों की आवाज वहां दब जाती है उतनी अपने सख्त रवैया के लिए जाने जाते हैं और पूरी दुनिया में उनके इस रवैए का चेहरा आज से 17 साल पहले देखा था जब 4050 चेचन्या विद्रोहियों ने एक थिएटर में लगभग 900 लोगों को एक प्ले के दौरान बंधक बना लिया था यह घटना दुनिया में मॉस्को थिएटर होस्टेज क्राइसिस के नाम से मशहूर हुई यह विद्रोही चाहते थे कि रूस अपनी सेना चेचन्या से हटा ले और सरकार को 1 सप्ताह का समय दिया गया पुतिन का मानना था कि आतंकियों के सामने हम झुक नहीं सकते फैसला हुआ कि ताकत इस्तेमाल करेंगे 3 दिन बाद रूसी कमांडोज ने थिएटर को चारों तरफ से घेर लिया और एयर कंडीशनिंग सिस्टम से अंदर जहरीली गैस भर दी जिसकी वजह से वहां मौजूद थिएटर के लोगों का दम घुटने लगा और इसी समय का फायदा उठाकर रूसी कमांडोज थिएटर में घुस गए और वहां गोलीबारी हुई जिसकी वजह से विद्रोहियों के साथ 118 रूसी नागरिक भी मारे गए| कई देशों में इसकी तारीफ हुई और कई देशों में इसकी निंदा क्योंकि विद्रोहियों के एक वजह से वहां के बहुत से परिवारों को अपने लोगों को खोना भी पड़ा लेकिन इतना तो तय हो गया कि पुतिन को कोई भी ब्लैकमेल करके कोई काम नहीं करवा सकता|
पुतिन का कहना है कि लेनिनग्राड की सड़कों ने मुझे एक नियम सिखाया था और वह यह था कि अगर लड़ाई होनी तय है तो पहला पंच मारो| परिवार की बात करें तो रूसी मीडिया में कभी भी उनके परिवार का कोई फोटो नहीं आया| पुतिन की शादी लुएडमिला नामक एक महिला से हुई जिससे वर्तमान में उनका तलाक हो चुका है पुतिन की दो बेटियां भी है,मारिया पुतिन और बैट्री ना पुतिन जिनका जन्म 1980 मध्य जर्मनी में हुआ| पुतिन को जर्मन बोलने में महारत हासिल है लेकिन उन्हें अंग्रेजी से घबराहट लगती है पुतिन 9वें सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले लीडर हैं उनकी कुल सैलरी लगभग 8500000 रुपए है|
पुतिन की संपत्ति काफी समय से चर्चा का विषय है इसी वजह से उनकी दौलत का सटीक अनुमान लगाना काफी मुश्किल है ऐसा माना जाता है कि उनकी संपत्ति रियल स्टेट, शेयर होल्डिंग जैसे तमाम अकाउंट्स में बंटी हुई है कहा जाता है कि यह 200 दिन billion-dollar की है यानी दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति| खबरों के मुताबिक पुतिन के पास में 20 बंगले और महल हैं उनका एक बंगला जो हाल ही में कंस्ट्रक्ट हो रहा है उसकी कीमत 750 मिलियन डॉलर है| राष्ट्रपति पुतिन के पास एक दो नहीं कुल 58 एयरक्राफ्ट है जिनमें 15 हेलीकॉप्टर भी शामिल है एयरक्राफ्ट के साथ-साथ पुतिन को कारों का भी बहुत शौक है उनके पास 710 लग्जरी कारों का कलेक्शन है उनके पास दुनिया की कई महंगी और नायाब कारें हैं| पुतिन नाम से एक रूसी कॉमिक्स की भी शुरुआत की गई जिसमें पुतिन को एक सुपर हीरो का चेहरा बनाया गया है जो आतंकवादियों से लड़ता है और अपने देश के नागरिकों की रक्षा करता है|
हाल ही में हुए यूक्रेन रूस युद्ध में भी हमें पुतिन की एक कठोर निर्णय लेने वाले व्यक्ति के रूप में पहचान हुई है| इस युद्ध में उन्होंने अपना यह रवैया साफ दिखा दिया है कि अगर रूस के साथ किसी ने कुछ गलत करने की कोशिश की है तो वह बिना कुछ सोचे अपने देश को बचाने में कुछ भी कर सकते हैं|
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